Monday, November 1, 2010

happy diwali

नमस्कार दोस्तों आज फिर इस ब्लॉग पर मैं आपके लिए हाजिर हु शायद ये ब्लॉग बनाने वाले तो इसे बनाकर भूल गए है मैं उनसे नम्र निवेदन करता हु की अपनी व्यस्त जिन्दगी से थोडा वक़्त निकालकर इस ब्लॉग पर भी कुछ लिख दिया करे, दोस्तों कुछ दिनों से मैं जो मूवी बनाने में व्यस्त था वो मूवी पूरी हो चुकी है, इस मूवी का नाम "राजू" है यह एक 4 मिनट 25 सेकंड की शोर्ट एनिमेशन मूवी है इसे आप अपने facebook पर देख सकते है इसे देखने के लिए मैं आपको लिंक बता देता हु इसका लिंक है :- http://www.facebook.com/video/video.php?v=171607082856226

आप इस मूवी को वोट भी कर सकते है इसे वोट करने के लिए http://www.facebook.com/maacindia

पर क्लिक करके इसे like करे और फिर http://www.facebook.com/video/video.php?v=171607082856226 पर जाए और वह मूवी के नीचे like पर क्लिक करे



आपका वोट इस मूवी को viewers Choice Award जीता सकता तो कृपया अपना अमूल्य वोट देने की कृपा करे



वैसे दिवाली आने वाली है तो आप सभी को मेरी और से दिवाली की हार्दिक शुभकामनाये दीपो का यह त्यौहार आपके लिए मंगलमय हो



"रमजान में राम दिवाली में अली

रमजान में राम दिवाली में अली

हो सबकी भली"



तो दोस्तों फिर मिलेगे कुछ और बाते करेंगे, खुदा हाफिज, शब्बा खैर , अलविदा, टाटा बाय बाय

Wednesday, August 18, 2010

राजगढ़

नमस्कार दोस्तों कैसे हो, आशा करता हू की अच्छे ही होंगे, बहुत दिन हो गए इस ब्लॉग पर कोई नयी पोस्ट पब्लिश नहीं हुई है इस व्यस्तता के चलते समय ही नहीं मिल पाता आज कई महीनो के बाद मैं छुट्टी पर हू वो भी इसलिए की ये शरीर थोडा धोखा दे गया और मैं बीमार हो गया इसलिए आज छुट्टी करनी पड़ी, वैसे मैं अपनी व्यस्तता का कारण बता देता हू, आजकल मैं एक movie बनाने में व्यस्त हू जिसके कारण सन्डे को भी काम करना पड़ता है, १५ अगस्त को भी छुट्टी नहीं मिल पायी जिसके कारण आप सब को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाये नहीं दे पाया पर कोई नहीं देर आये दुरुस्त आये आप सभी को मेरी तरफ से स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये ,


कुछ दिन बाद रक्षाबंधन आने वाला है दोस्तों मैं आप सब को बता देना चाहता हू की रक्षाबंधन वाले दिन राजगढ़ में पतंगे उड़ाई जाती है इस दिन बहनों द्वारा अपने भाइयो की कलाइयो में राखी तो पूरे भारत में बाँधी जाती है लेकिन पतंगे शायद कुछ ही जगह हो जहा उडाई जाती है, यहाँ जयपुर में तो मकर सक्रांति पर उडाई जाती है, रक्षाबंधन वाले दिन बच्चो से लेकर बड़े तक सभी छतो पर चढ़कर पतंग बाजी का मजा लेते है

दोस्तों बारिश का मौसम है यहाँ जयपुर में तो अच्छी बारिश हो रही है लेकिन सुनने में आया है की राजगढ़ में बारिश कोई ख़ास अच्छी नहीं हुई है जब वहा बारिश होती है तो पहाड़ो से पानी झरने के रूप में बहता है बहुत खूबसूरत नज़ारे होते है बारिश के दिनों में राजगढ़ में

राजगढ़ में झरने नाम की एक जगह है जहा छोटे छोटे ४-५ कुंड है और एक बड़ा सा बाँध है जहा बरसात में पानी भर जाता है और लोग वहा पर घूमने के लिए आते है बरसात के दिनों में ये जगह एक अच्छा ख़ासा पिकनिक स्पोट बन जाता है हम भी दोस्तों के साथ वहा बहुत जाया करते थे और नहाते भी थे , दोस्तों मैंने तो तैरना भी वही सीखा था, ये सब लिखते लिखते मुझे राजगढ़ कि बहुत याद आ रही है और मै अपने बचपन कि यादो मे खो गया हु इसलिये अब ज्यादा भावनाओ मे ना बहते हुए  मै अपने शब्दो को विराम देता हु  तो दोस्तो फ़िर मिलेगे चलते चलते क्योकि हम है राहि प्यार के,
आप सभी को स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन  कि शुभकामनाये

Wednesday, June 9, 2010

बदल रहा है अपना शहर भी

हर शहर समय के साथ बदलता है, बदलना भी चाहिए। दस साल के आसपास हो गए राजगढ छोडे हुए। कभी दो सप्‍ताह में कभी महीने में आना होता है। इस बार तीन महीने के बाद गया तो एक साथ बहुत सारे बदलाव दिखे।
स्‍टेशन से घर तक के रास्‍ते में यही सोच रहा था कि देखते देखते राजगढ कितना बदल गया है। स्‍टेशन पर एक दो तांगे दिख जाते थे उसकी जगह अब ऑटो ने ले ली है। पहले घोडे दिखते थे, तांगे में बैठने का सुकून अलग होता था।
दुकानों के साइन बोर्ड बदल गए। दीवारों पर लगे पोस्‍टर्स की जगह फलेक्‍स ने ले ली।
अपना सैलून जिस पर पापा के साथ अंगुली पकडकर जाते थे वह अब जनता हेयर डेसर डेसर से यश मेन्‍स पार्लर हो गया है। शायद जमाने का तकाजा है हेयर डेसर नाम शायद सूट नहीं करना। दुकानदार को भी शर्म आए और कटिंग कराने वाले ग्राहक को इसलिए नाम बदल दिया है, जमाने के साथ टेंडी।
गोल चक्‍कर पर जहां कचोरी वाले ही खडे रहते थे अब ठेलों पर छोले भटूरे, बर्गर, छाछ राबडी भी है।
दिनभर पानी देने वाले नल अब एक एक बूंद टपकने को तरस रहे हैं। जिन लोगों को कभी पानी भरते नहीं देखा वो पानी के लिए मशक्‍कत कर रहे थे। पहले शायद पानी भरना महिलाओं का काम था, जो किल्‍लत के कारण मशक्‍कत और जुगाड करने के लिए पुरुषों के हिस्‍से में आ गया है।
अभी तो घर पहुंचा ही था
सोचा इतने सारे बदलाव सुबह के पंद्रह मिनट के घर तक के सफर में देख लिए इन्‍हें ही लिख दिया जाए, काफी समय से इस ब्‍लॉग पर कोई एंटी नहीं हुई।
बाकी बाद में

Thursday, February 25, 2010

होली

दोस्तों आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाये, होली आप सभी के जीवन में अपार खुशियाँ लाये और आपके जीवन को रंगीन बनाये !

Monday, January 25, 2010

गणतंत्र दिवस की बधाईया


आप सभी को गणतंत्र दिवस की बधाईया, जय हिंद

Tuesday, January 12, 2010

मकर सक्रांति की शुभकामनाये


नमस्कार दोस्तों कैसे हो ? आशा करता हू की अच्छे ही होंगे, एक दिन बाद मकर सक्रांति है तो सोचा की आप सभी को बता दू  की राजगढ़ में मकर सक्रांति कैसे मनाई जाती है l   
दोस्तों वैसे तो राजगढ़ में भी मकर सक्रांति वैसे ही मनाई जाती है जैसे और जगहों पर मनाई जाती है इस दिन लोग दान दक्षिणा करते है, गायो को चारा खिलाया जाता है, तिल के लड्डू बनाये जाते है और साथ में हलवा, पुड़ी, पूए, खीर, दालके आदि बनाए जाते है लेकिन एक चीज इस दिन यहाँ अलग होती है जो और जगहों पर नहीं होती है(कुछ जगहों पर हो भी सकती है ) दोस्तों राजगढ़ में मकर सक्रांति पर कंचे(कांच की गोलिया) खेले जाते है इस दिन यहाँ पर बच्चे से लेकर बड़े तक सभी कंचे खेलते हुए देखे जा सकते है राजगढ़ में इसे गोली खेलना बोला जाता है, इन गोलियों से कई तरह के खेल खेले  जाते है जैसे की खड़ीचोट, कटपिल, ऊनापुरा, ब्लास्तर आदि l  जब हम छोटे थे तो सक्रांति से महीनो पहले ही गोली खेलना शुरू कर देते थे, सच में बहुत मज़ा आता था, सक्रांति पर कुण्ड मोहल्ले में गोली खेलने वालो का मेला सा लग जाता था, मगर अब तो सक्रांति पर  घर भी  जाना नहीं होता है तो गोली खेलना तो दूर की बात है आज मेरा बहुत मन कर रहा है गोली खेलने का पर क्या करू l  दोस्तों अगर तुम राजगढ़ जा रहे हो तो गोली जरूर खेलना और खूब मज़े करना अपने बचपन को एक बार फिर से जी लेना l अभी लिखने को तो बहुत सी बाते है मगर अब मुझे नींद भी आ रही है और फिर सुबह क्लास के लिए भी जाना है तो दोस्तों अभी मैं अपने शब्दों को विराम देता हू आप सभी को मकर सक्रांति की बहुत बहुत शुभकामनाये l

Wednesday, January 6, 2010

चोरों को पकड़कर पीटा, खंभे से बांधा



राजगढ़ में सराय बाजार में बुधवार रात आठ बजे मोबाइल फोन खरीदने के बहाने दुकान से चोरी कर भाग रहे दो लड़कों को लोगों ने पकड़कर पीट दिया, बिजली के खंभे से बांध दिया। बाइक सवार लड़कों ने दुकान से मोबाइल पसंद कर लिया और खरीदने की बात कही। दुकानदार जब बिल बनाने लगा तो दोनों युवक बिना पैसे दिए मोबाइल लेकर बाइक पर भागने लगे। इस पर दुकानदार के शोर मचाने पर लोगों ने दोनों को पकड़ कर मोबाइल बरामद कर लिया। जामड़ोली के साजन मीणा और रामकेश मीणा के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर उन्हें गिरतार कर लिया।